आपकी एक गलती से हो सकता है बड़ा नुकसान, घर या जमीन खरीदने से पहले इन बातों का जरूर रखें ध्यान
Property new rules: घर या जमीन खरीदना हर व्यक्ति का सपना होता है। संपत्ति का मालिक बनना हर किसी की प्राथमिकता रहती है। लेकिन प्रॉपर्टी खरीदने में अनजाने में हुई कोई छोटी गलती जीवन भर की कमाई पर भारी पड़ सकती है। इसलिए संपत्ति खरीदने या बेचने से पहले कुछ जरूरी बातों को समझना और उन पर अमल करना बेहद आवश्यक है। संपत्तियों की खरीद-फरोख्त में बड़ी रकम का लेन-देन होता है।
इस दौरान एक छोटी गलती भी बड़े नुकसान का कारण बन सकती है। कई बार जमीन खरीदने वाले को बाद में पता चलता है कि वह जमीन पहले ही किसी अन्य व्यक्ति को बेची जा चुकी है। कभी-कभी खरीदी गई जमीन पर पहले से ही बकाया कर्ज होता है जिससे कानूनी विवाद खड़ा हो सकता है।
इसके अलावा कई मामलों में खरीदार को यह भी पता चलता है कि जिस जमीन पर उसने निवेश किया है वह सरकारी या प्रतिबंधित भूमि है। ऐसी परिस्थितियों से बचने के लिए जमीन की पूरी जानकारी प्राप्त करना और कानूनी दस्तावेजों की जांच कराना बहुत आवश्यक है।
जमीन की प्रकृति और खतौनी की जांच
जब भी आप जमीन खरीदने का विचार करें, सबसे पहले उसकी प्रकृति का पता करें। जमीन के खतौनी दस्तावेजों को तहसील कार्यालय से सत्यापित कराएं। इसके अलावा संबंधित रजिस्ट्रार कार्यालय से जमीन के पिछले 12 वर्षों का रिकॉर्ड प्राप्त करें। यह रिकॉर्ड आपको जमीन के स्वामित्व और उस पर पहले से मौजूद किसी भी कानूनी विवाद की जानकारी देगा। साथ ही जमीन गिरवी रखी गई है या नहीं यह जानने के लिए आप थोड़े शुल्क का भुगतान करके जांच कर सकते हैं। यह कदम आपको धोखाधड़ी से बचाने में मदद करेगा।
रजिस्ट्री और स्टांप ड्यूटी का महत्व
संपत्ति खरीदने के दौरान रजिस्ट्री और स्टांप ड्यूटी का भुगतान करना अनिवार्य है। एक प्रॉपर्टी विशेषज्ञ बताते हैं कि स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्री प्रक्रिया संपत्ति के स्वामित्व को कानूनी मान्यता देती है। रजिस्ट्री कराने के बाद संपत्ति को ‘दाखिल खारिज’ कराना भी अनिवार्य है। यह प्रक्रिया संपत्ति पर आपके कानूनी अधिकार को मजबूत बनाती है।
‘दाखिल खारिज’ क्यों है जरूरी?
‘दाखिल खारिज’ प्रक्रिया के तहत आपकी संपत्ति का नाम आपके नाम पर दर्ज किया जाता है। यह प्रक्रिया संपत्ति के स्वामित्व से जुड़े किसी भी विवाद को रोकने में मदद करती है। डीड ऑफ म्यूटेशन जो इस प्रक्रिया का हिस्सा है संपत्ति पर आपके दावे को वैध बनाता है।
यह सुनिश्चित करता है कि खरीदी गई संपत्ति पर केवल आपका अधिकार है और किसी अन्य व्यक्ति को उस पर आपत्ति नहीं है। ‘दाखिल खारिज’ के बिना भविष्य में संपत्ति पर विवाद की संभावना बढ़ जाती है।
धोखाधड़ी से बचने के अन्य उपाय
ज़मीन का नक्शा और सीमांकन जांचें: जमीन की वास्तविक सीमा और नक्शे को जांचना आवश्यक है। यह सुनिश्चित करेगा कि जमीन पर किसी अन्य व्यक्ति का दावा नहीं है।
कानूनी विशेषज्ञ की सलाह लें: जमीन खरीदने से पहले किसी अनुभवी वकील से परामर्श लें। यह कदम कानूनी प्रक्रिया को समझने में मदद करेगा और आपको जोखिम से बचाएगा।
सत्यापित विक्रेता से ही खरीदें: हमेशा प्रमाणित विक्रेता से ही प्रॉपर्टी खरीदें। फर्जी विक्रेता से लेन-देन करने पर आप कानूनी झंझट में फंस सकते हैं।
बैंक लोन और गिरवी की स्थिति जांचें: प्रॉपर्टी खरीदने से पहले यह सुनिश्चित करें कि जमीन या घर किसी बैंक लोन के तहत गिरवी तो नहीं रखा गया है।